भारतीय लग्जरी कार बाजार में अब एक नया रुझान देखने को मिल रहा है। जहां पहले BMW और ऑडी जैसी ब्रांड्स का बोलबाला था, वहीं अब लेक्सस (Lexus) तेजी से लोगों की पसंद बन रही है। कंपनी की बिक्री में 18% की बढ़ोतरी हुई है और खासतौर पर इसकी RX SUV की डिमांड लगातार बढ़ रही है।
लेक्सस RX का डिज़ाइन – सादगी में प्रीमियम अहसास

लेक्सस RX का लुक आधुनिक और संतुलित है। फ्रंट में सिग्नेचर ग्रिल, शार्प LED हेडलैंप और आकर्षक अलॉय व्हील्स इसे एक प्रीमियम SUV की पहचान देते हैं। इसका डिजाइन ऐसा है कि यह शहर की सड़कों से लेकर हाइवे तक हर जगह क्लास का एहसास कराती है। अंदर का केबिन बेहद शांत और आरामदायक है, जहां हर डिटेल में जापानी क्राफ्ट्समैनशिप झलकती है।
फीचर्स – आराम और टेक्नोलॉजी का सही मिश्रण
RX में ड्राइव मोड सिलेक्टर, बड़ा पैनोरमिक डिस्प्ले, वायरलेस चार्जिंग, पावर्ड सीट्स और स्मार्ट सेफ्टी सिस्टम जैसे फीचर्स मिलते हैं। केबिन में नॉइज इंसुलेशन बेहतरीन है, जिससे लंबी ड्राइव भी थकान भरी नहीं लगती। यह SUV रोजमर्रा की जरूरतों के साथ प्रीमियम अनुभव भी देती है।
इंजन और माइलेज – हाइब्रिड टेक्नोलॉजी से बेहतर परफॉर्मेंस

लेक्सस RX हाइब्रिड पावरट्रेन के साथ आती है, जो पेट्रोल इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर के संयोजन से चलती है। यह परफॉर्मेंस और माइलेज के बीच अच्छा संतुलन बनाती है। कंपनी के अनुसार, RX लगभग 15–17 kmpl का औसत दे सकती है, जो इस सेगमेंट में अच्छा माना जाता है।
कीमत और वेरिएंट – लग्जरी के साथ सस्टेनेबिलिटी
भारत में लेक्सस RX की कीमत करीब ₹95 लाख (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है। यह दो वेरिएंट्स में उपलब्ध है, और दोनों में ही कंपनी का ह्यूमन-सेंट्रिक डिजाइन दर्शन नजर आता है।
निष्कर्ष – लग्जरी पसंद करने वालों के लिए नया भरोसेमंद विकल्प
अगर आप BMW या ऑडी जैसी कारों की टक्कर में कुछ नया और सस्टेनेबल ढूंढ रहे हैं, तो लेक्सस RX एक मजबूत विकल्प साबित हो सकती है। इसका हाइब्रिड इंजन, आरामदायक ड्राइविंग अनुभव और सादगीभरा लग्जरी लुक इसे अलग पहचान देता है।
डिस्क्लेमर: इस ब्लॉग पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी और मार्गदर्शन के लिए है। कार की कीमतें, फीचर्स, माइलेज और अन्य तकनीकी विवरण समय और लोकेशन के अनुसार बदल सकते हैं। कोई भी वाहन खरीदने से पहले आधिकारिक डीलरशिप या निर्माता की वेबसाइट पर अपडेटेड जानकारी अवश्य जांचें। इस पोस्ट में व्यक्त विचार लेखक के निजी दृष्टिकोण पर आधारित हैं।